उत्तर प्रदेशभारत

“माननीय अनुप्रिया पटेल: भारतीय राजनीति की सशक्त और प्रेरणादायक नेता”

“माननीय अनुप्रिया पटेल: भारतीय राजनीति में साहस, सेवा और समर्पण की प्रतीक”

भारतीय राजनीति में माननीय अनुप्रिया पटेल का नाम एक प्रभावशाली और ओजस्वी नेता के रूप में दर्ज है। उत्तर प्रदेश के कानपुर में 28 अप्रैल 1981 को डॉ. सोनेलाल पटेल और श्रीमती कृष्णा पटेल के घर जन्मी अनुप्रिया पटेल ने अपने पिता की विचारधारा और सामाजिक न्याय की विरासत को आगे बढ़ाने का कठिन लेकिन सफल प्रयास किया।

राजनीति में कदम और संघर्ष की शुरुआत

माननीय अनुप्रिया पटेल जी की प्रारंभिक रुचि राजनीति में नहीं थी। लेकिन 17 अक्टूबर 2009 को उनके पिता, श्रद्धेय डॉ. सोनेलाल पटेल जी, के आकस्मिक निधन ने उनके जीवन को एक नई दिशा दी। इस कठिन समय में उन्होंने ‘अपना दल एस’ की बागडोर संभाली और अपने नेतृत्व कौशल से इसे न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई।

2012 में उन्होंने वाराणसी की रोहनिया विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर राजनीति में अपनी शुरुआत की। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने मिर्जापुर सीट से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने 9 सीटें जीतीं, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने दोबारा मिर्जापुर से जीत हासिल की।

केंद्रीय मंत्री के रूप में योगदान

2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी राजनीतिक कुशलता और जनता के प्रति समर्पण को पहचानते हुए उन्हें केंद्रीय मंत्रीमंडल में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया। उस समय वे मोदी सरकार की सबसे युवा मंत्री थीं, जो उनकी ऊर्जा और नेतृत्व क्षमता का प्रमाण है।

महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय की ध्वजवाहक

माननीय अनुप्रिया पटेल जी ने अपने दिवंगत पिता की सामाजिक न्याय की विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए समाज के वंचित, शोषित, पिछड़े, दलित और आदिवासी तबके के उत्थान को अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया। वे न केवल गरीबों और महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष करती हैं, बल्कि अपने कार्यों से उन्हें सशक्त भी बनाती हैं।

परिवार का साथ और प्रेरणा

माननीय अनुप्रिया पटेल जी के संघर्ष और सफलता में उनके पति, माननीय आशीष पटेल जी का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। पेशे से एक इंजीनियर रहे आशीष पटेल जी ने अपनी नौकरी छोड़कर पार्टी और समाज सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। वर्तमान में वे उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्यरत हैं और हर कदम पर अनुप्रिया पटेल जी के साथ खड़े रहते हैं।

राजनीतिक और सामाजिक योगदान की विरासत

अनुप्रिया पटेल ने अपने नेतृत्व में ‘अपना दल एस’ को एक सशक्त राजनीतिक दल के रूप में स्थापित किया। उनकी भाषण कला, राजनीतिक सूझ-बूझ और जनसेवा के प्रति समर्पण ने उन्हें भारतीय राजनीति में एक प्रभावशाली स्थान दिलाया है।

युवाओं और महिलाओं के लिए प्रेरणा

माननीय अनुप्रिया पटेल जी अपने संघर्ष, साहस और नेतृत्व से उन महिलाओं और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं, जो राजनीति में आकर समाज सेवा करना चाहते हैं। उनके द्वारा किए गए विकास कार्य, खासकर मिर्जापुर क्षेत्र में, उनकी दूरदर्शिता और जनता के प्रति समर्पण को दर्शाते हैं।

निष्कर्ष

माननीय अनुप्रिया पटेल भारतीय राजनीति में सेवा, संघर्ष और साहस की प्रतीक हैं। अपने पिता के सपनों को साकार करने और समाज के वंचित वर्गों को सशक्त बनाने के लिए उनका योगदान अमूल्य है। उनके नेतृत्व में ‘अपना दल एस’ और अधिक ऊंचाइयों को छू रहा है। उनकी यात्रा हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है, जो राजनीति को सेवा का माध्यम मानता है।

2024 के लोकसभा चुनाव में भी माननीय अनुप्रिया पटेल ने भारी मतों से चुनाव जीतकर तीसरी बार हैट्रिक सांसद बनीं और देश की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारत सरकार बनीं। उनका यह विजयी सफर उनके समर्पण और संघर्ष को दर्शाता है, और भारतीय राजनीति में उनके प्रभाव को और भी मजबूत करता है।

यह कहना गलत नहीं होगा कि माननीय अनुप्रिया पटेल जी का नाम भारतीय राजनीति में सशक्त नेतृत्व और सेवा भाव का पर्याय बन चुका है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!