ग्राम पंचायत टेंडर में अनियमितताओं का आरोप, पारदर्शिता की मांग को लेकर उप जिलाधिकारी को सौंपा गया ज्ञापन

संतोष कनौजिया की रिपोर्ट
ग्राम पंचायत टेंडर में अनियमितताओं को लेकर उप जिलाधिकारी को सौंपा गया ज्ञापन
ओबरा, सोनभद्र, 1 अप्रैल 2025 – महताब आलम, प्रदेश सचिव (अल्पसंख्यक मंच) के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उप जिलाधिकारी ओबरा को ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन ब्लॉक – चोपन और ब्लॉक – कोन में सप्लाई टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी और बड़े अखबारों में टेंडर सूचना प्रकाशित न किए जाने के संबंध में दिया गया।
ज्ञापन की प्रमुख मांगें:
1. टेंडर सूचना का व्यापक प्रचार – टेंडर की सूचना केवल चुनिंदा अखबारों में प्रकाशित करने की बजाय, जनपद में सर्वाधिक पढ़े जाने वाले समाचार पत्रों में प्रकाशित की जाए।
2. पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उपाय – टेंडर प्रक्रिया में निष्पक्षता बनाए रखने के लिए एक निगरानी समिति का गठन किया जाए।
3. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई – अनियमितताओं में संलिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।
ज्ञापन में क्या कहा गया?
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि वर्तमान टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता की भारी कमी है। टेंडर की सूचना ऐसे अखबारों में प्रकाशित की जाती है, जो सोनभद्र जिले में कम पढ़े जाते हैं, जिससे सीमित लोगों को ही इसकी जानकारी हो पाती है। इस वजह से कुछ खास ठेकेदारों को अनुचित लाभ मिल रहा है, जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने इसे एक “संगठित रैकेट” करार दिया, जिसमें ग्राम पंचायत विकास अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारी अपने परिचित ठेकेदारों को अनुचित लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने चेतावनी दी कि यदि इन मांगों पर जल्द संज्ञान नहीं लिया गया, तो वे जनहित में आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इस आंदोलन की पूरी जिम्मेदारी ओबरा प्रशासन और जिला प्रशासन की होगी।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख लोग:
इस ज्ञापन सौंपने के दौरान संतोष कनौजिया (जिला सचिव, अपना दल एस), विकास कुमार गौड़ (पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, अपना दल एस), यश शरीफ खान और कई अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
-संतोष कन्नौजिया की रिपोर्ट